
सांकेतिक तस्वीर…
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एमसीडी के शाहदरा स्थित स्वामी दयानंद अस्पताल में मरीजों व उनके परिजनों से स्टाफ और गार्ड रिश्वत मांगते हैं। इसका खुलासा बृहस्पतिवार को महापौर के अस्पताल में पहुंचने पर हुआ। इस दौरान महापौर को मरीजों व उनके परिजनों ने पूरे प्रकरण से अवगत कराया। इसके अलावा महापौर मरीजों व उनके परिजनों से रिश्वत मांगनेे वाले कर्मचारियों के खिलाफ कड़ा कदम उठाने का निर्णय लिया।
महापौर डा. शैली ओबराय ने बृहस्पतिवार को शाहदरा स्थित स्वामी दयानंद अस्पताल का निरीक्षण किया। इस दौरान मरीजों व उनके परिजनों ने उनको बताया कि अस्पताल का स्टाफ और गार्ड उनसे रिश्वत मांगते हैं। इससे नाराज होकर महापौर ने निर्देश किए कि यदि कोई अनुचित रूप से पैसे मांगता है तो उसकी शिकायत चिकित्सा अधीक्षक या हमसे करें।
इस प्रकार की शिकायत प्राप्त होने पर तुरंत प्रभाव से कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने कहा कि पिछले दिनों एक डॉक्टर पर लोगों ने भ्रष्टाचार का आरोप लगाया था। उनके बारे में एमएस से रिपोर्ट मांगी गई है। रिपोर्ट मिलने के बाद कड़ी कार्रवाई की जाएगी। इस मौके पर महापौर ने स्त्री रोग, नवजात शिशु सघन चिकित्सा इकाई, डिलीवरी रूम, ओटी, जनरल ओपीडी मे व्यवस्था का जायजा लिया। वहीं उन्होंने अस्पताल में उपलब्ध संसाधनों, मशीनों, दवाइयों और ऑक्सीजन की आपूर्ति और साफ सफाई के बारे में विस्तार से बात की। उन्होंने अस्पताल में सीटी स्कैन और डायलिसिस की व्यवस्था जल्द शुरू करने के निर्देश दिए।
डब्ल्यूएचओ के साथ मिलकर मरीजों को बेहतर सुविधा देगा एम्स
विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) और विश्व स्वास्थ्य संगठन दक्षिण-पूर्व एशिया (एसईएआरओ) के साथ मिलकर एम्स मरीजों की सुरक्षा को मजबूत करेगा। साथ ही, उपचार के दौरान होने वाली गलतियों को खत्म कर इनसे होने वाली मौत व गंभीरता को पूरी तरह से रोकेगा। एम्स ने इस दिशा में कदम उठाते हुए छह सदस्य कमेटी बनाई है। दरअसल, उपचार के दौरान होने वाली लापरवाही, गलती व जानकारी के अभाव से मरीज की स्थिति गंभीर हो जाती है। इनमें से कई मरीजों की मौत तक हो जाती है। डब्ल्यूएचओ ने इसे पूरी तरह से खत्म करने की दिशा में प्रयास शुरू किया है। इसी प्रयास के तहत एम्स निदेशक एम श्रीनिवास ने एक आदेश जारी किया है। इसके तहत लापरवाही, गलती या जानकारी के अभाव से होने वाली मौत को रोका जा सकता है। इसके लिए स्वास्थ्य सुविधाओं में सुधार की जरूरत है। इसे लेकर डब्ल्यूएचओ एम्स के डॉक्टरों के साथ प्रशिक्षण कर रहा है।
डॉक्टर की हत्या के विरोध में प्रदर्शन
केरल के कोट्टाराकार तालुक में हुई महिला डॉक्टर की हत्या के विरोध में दिल्ली के अस्पतालों में डॉक्टरों ने विरोध प्रदर्शन किया। वहीं एम्स में देर शाम कैंडल मार्च निकाला गया। डॉक्टरों ने कहा कि मरीजों का उपचार कर रहे डॉक्टरों को सुरक्षा नहीं दी जा रही है, जिसका खामियाजा डॉक्टर को जान देकर चुकानी पड़ रही है। इसके विरोध में बृहस्पतिवार को दो मिनट का मौन रखा गया। उसके बाद काली पट्टी बांधकर विरोध दर्ज किया गया।
